Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2020 · 1 min read

पदचाप

आहट तुम्हारे कदमों
की पहचान बता देते हैं
किस तरफ जाएंगे
पदचाप बता देते हैं
आशा है निराशा है
खुशी या कोई गम है
तुम्हारे अगले कदम ही
हर हाल जता जाते हैं
छुपने से नहीं छुपते
प्रीत और वेर जग में
आदमी की चाल में
हर राज छुपे होते हैं

-सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
Tag: कविता
9 Likes · 2 Comments · 340 Views

Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी

You may also like:
क़लम के फ़नकार
क़लम के फ़नकार
Shekhar Chandra Mitra
आर्य   (कुंडलिया)
आर्य (कुंडलिया)
Ravi Prakash
एकता में बल
एकता में बल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पथिक मैं तेरे पीछे आता...
पथिक मैं तेरे पीछे आता...
मनोज कर्ण
आलेख : सजल क्या हैं
आलेख : सजल क्या हैं
Sushila Joshi
ऐनक
ऐनक
Buddha Prakash
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
श्याम सिंह बिष्ट
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस के युवा नेता जिसने संघर्ष से बनाया अपना नाम जानिए?
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस के युवा नेता जिसने संघर्ष से बनाया...
Jansamavad
■ मौजूदा दौर...
■ मौजूदा दौर...
*Author प्रणय प्रभात*
सपनो में देखूं तुम्हें तो
सपनो में देखूं तुम्हें तो
Aditya Prakash
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
Anis Shah
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
कवि दीपक बवेजा
दिल के टूटने की सदाओं से वादियों को गुंजाती हैं, क्यूँकि खुशियाँ कहाँ मेरे मुक़द्दर को रास आती है।
दिल के टूटने की सदाओं से वादियों को गुंजाती हैं,...
Manisha Manjari
भोजपुरी भाषा
भोजपुरी भाषा
Er.Navaneet R Shandily
सेना सर्व धर्म स्थल में
सेना सर्व धर्म स्थल में
Satish Srijan
💐अज्ञात के प्रति-107💐
💐अज्ञात के प्रति-107💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चश्मा
चश्मा
राकेश कुमार राठौर
उजालों के घर
उजालों के घर
सूर्यकांत द्विवेदी
छोड़ दी हमने वह आदते
छोड़ दी हमने वह आदते
Gouri tiwari
कमजोरी अपनी यहाँ किसी को
कमजोरी अपनी यहाँ किसी को
gurudeenverma198
मंजिल का ना पता है।
मंजिल का ना पता है।
Taj Mohammad
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नववर्ष
नववर्ष
Vijay kumar Pandey
कहीं मर न जाए
कहीं मर न जाए
Seema 'Tu hai na'
दिल तसल्ली को जब
दिल तसल्ली को जब
Dr fauzia Naseem shad
Every morning, A teacher rises in me
Every morning, A teacher rises in me
Ankita Patel
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
Rohit yadav
🇭🇺 युवकों का निर्माण चाहिए
🇭🇺 युवकों का निर्माण चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चित्रगुप्त पूजन
चित्रगुप्त पूजन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चक्षु द्वय काजर  कोठरी , मोती अधरन बीच ।
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
Loading...