Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

पंखों को मेरे उड़ान दे दो

पंखों को मेरे उड़ान दे दो

पंखों को मेरे उड़ान दे दो
मुझे भी थोड़ा आसमान दे दो

फूलों की सी खुशबू दे दो
चंद्रमा की सी चांदनी दे दो

मुझे कामनाओं में न फंसाओ
मुझे भी थोड़ा विश्राम दे दो

जय – जयकार की मुझे चाहत नहीं है
मुझे भी थोड़ा सा काम दे दो

इंद्रजाल में उलझाओ न मुझको
मुझे भी थोड़ा स्वाभिमान दे दो

पीछे न हटूं कर्तव्य मार्ग से
मुझको भी थोड़ा सम्मान दे दो

मैं इतना भी बुद्धिजीवी नहीं हूँ
मुझको थोड़ा सा ज्ञान दे दो

सरिता सा मुझे पावन कर दो
मुझे जीवन का वरदान दे दो

पंखों को मेरे उड़ान दे दो
मुझे भी थोड़ा आसमान दे दो

Language: Hindi
1 Like · 397 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

मजबूरी तो नहीं तेरा आना
मजबूरी तो नहीं तेरा आना
Mahesh Tiwari 'Ayan'
" शर्त "
Dr. Kishan tandon kranti
आखिर मुझे कहना है संवेदना है वो वेदना है
आखिर मुझे कहना है संवेदना है वो वेदना है
Sandeep Barmaiya
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
gurudeenverma198
चिरंतन सत्य
चिरंतन सत्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
धड़कनों में प्यार का संचार है ।
धड़कनों में प्यार का संचार है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
3144.*पूर्णिका*
3144.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"आईये जीवन में रंग भरें ll
पूर्वार्थ
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
Shashi kala vyas
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
With and without.
With and without.
Priya princess panwar
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मिटेगी नहीं
मिटेगी नहीं
surenderpal vaidya
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
*प्रणय*
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
अंधेरे से लड़ो मत,
अंधेरे से लड़ो मत,
नेताम आर सी
विश्वास
विश्वास
कुमार अविनाश 'केसर'
दूध, दही, छाछ, मक्खन और घी सब  एक ही वंश के हैं फिर भी सब की
दूध, दही, छाछ, मक्खन और घी सब एक ही वंश के हैं फिर भी सब की
ललकार भारद्वाज
मनमानी करते नेता
मनमानी करते नेता
Chitra Bisht
!!! भिंड भ्रमण की झलकियां !!!
!!! भिंड भ्रमण की झलकियां !!!
जगदीश लववंशी
नारी शक्ति वंदन
नारी शक्ति वंदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
రామయ్య రామయ్య
రామయ్య రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बुरा वक्त
बुरा वक्त
लक्ष्मी सिंह
मेरा कहा / मुसाफिर बैठा
मेरा कहा / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हमारे जीवन में मधुर सम्बन्ध तभी स्थापित होंगे जब हम अपना अहं
हमारे जीवन में मधुर सम्बन्ध तभी स्थापित होंगे जब हम अपना अहं
Ravikesh Jha
बच्चों की ख्वाहिश
बच्चों की ख्वाहिश
Sudhir srivastava
जंग के नुकसान
जंग के नुकसान
ओनिका सेतिया 'अनु '
खाक हुई शमशान में,
खाक हुई शमशान में,
sushil sarna
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...