Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2016 · 1 min read

न ज़िन्दगी से हम थे हारे

मापनी – २२ २२ २२ २२
पदपादाकुलक छंद

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

न ज़िन्दगी से हम थे हारे
दूर हुए हों भले किनारे

भूख से तड़फते बच्चे वो ।
दर दर फिरते मारे मारे ।।

धूप हुई आज तेज़ इतनी ।
छाँव ढूंढते रहते सारे ।।

घूमते रहे आस पास ही
माँ के बच्चे प्यारे प्यारे ।।

बच्चे हो माँ के कैसे भी !
है माँ की आँखों के तारे !!

सज धज कर बैठी है सजनी
घर आएंगे बालम न्यारे ।।

पढ़ना होती अच्छी आदत !
ये लेखन भी खूब निखारे ।।

** आलोक मित्तल उदित **
** रायपुर **

373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
एतबार पर आया
एतबार पर आया
Dr. Sunita Singh
ऐसी विकट परिस्थिति,
ऐसी विकट परिस्थिति,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आंख से गिरे हुए आंसू,
आंख से गिरे हुए आंसू,
नेताम आर सी
करवाचौथ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
कब आओगे ,श्याम !( श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष )
कब आओगे ,श्याम !( श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश
पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश
राकेश चौरसिया
🪔सत् हंसवाहनी वर दे,
🪔सत् हंसवाहनी वर दे,
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ऐ जिंदगी तू कब तक?
ऐ जिंदगी तू कब तक?
Taj Mohammad
शराफत में इसको मुहब्बत लिखेंगे।
शराफत में इसको मुहब्बत लिखेंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नया साल सबको मुबारक
नया साल सबको मुबारक
Akib Javed
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मिसाल
मिसाल
Kanchan Khanna
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
Writing Challenge- सपना (Dream)
Writing Challenge- सपना (Dream)
Sahityapedia
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
gurudeenverma198
!!दर्पण!!
!!दर्पण!!
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
जीवन के मोड़
जीवन के मोड़
Ravi Prakash
किताब
किताब
Sûrëkhâ Rãthí
✍️जिंदगी क्या है...✍️
✍️जिंदगी क्या है...✍️
'अशांत' शेखर
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
डूबता सूरज हूंँ या टूटा हुआ ख्वाब हूंँ मैं
डूबता सूरज हूंँ या टूटा हुआ ख्वाब हूंँ मैं
VINOD KUMAR CHAUHAN
हास्य दोहा अष्टमी
हास्य दोहा अष्टमी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
यही इश्क़ तो नहीं
यही इश्क़ तो नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!!
वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!!
Jyoti Khari
कबीर कला मंच
कबीर कला मंच
Shekhar Chandra Mitra
Loading...