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27 Oct 2016 · 1 min read

नज़र के पार पढ़ लेना

नज़र के पार पढ़ लेना
हमारा प्यार पढ़ लेना

कलेजा चीर देगी ये
कलम की धार पढ़ लेना

असंभव है सुनो जग में
सभी किरदार पढ़ लेना

मेरे हालात से ही तुम
समय की मार पढ़ लेना

नहीं होता सुनो काफी
कथा का सार पढ़ लेना

नज़र में ‘अर्चना ‘की तुम
लिखा आभार पढ़ लेना

डॉ अर्चना गुप्ता

1 Like · 1 Comment · 537 Views
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