Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

गुरुजन को अर्पण

प्रारब्ध को बदला नहीं जा सकता पर यादगार बनाया जा सकता।

गुरुजन को समर्पित कविता

*आपने हमको पहुंचाया*

अविश्वास से विश्वास तक
अस्पष्टता से स्पष्टता तक
अस्वीकार्य से अंगीकार तक
अप्रशिक्षण से प्रशिक्षण तक
अनिर्णय से निर्णय तक
ज़मी से फ़लक तक
नि: शेष से अशेष तक
निजत्व से निस्वार्थता तक
बाह्रय से आत्मिकता तक
मन से मनन तक
सीमाओं से अनंता तक
संक्षेप से विस्तार तक
स्वागत द्वार से रक्षा कवच तक
आभार सहित
रजनी कपूर

Language: Hindi
1 Like · 150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajni kapoor
View all
You may also like:
शहीद उधम सिंह नमन तुम्हें
शहीद उधम सिंह नमन तुम्हें
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीत-हार में भेद ना,
जीत-हार में भेद ना,
Pt. Brajesh Kumar Nayak
-- आगे बढ़ना है न ?--
-- आगे बढ़ना है न ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ईश्वर का वरदान है उर्जा
ईश्वर का वरदान है उर्जा
Anamika Singh
तेरा चलना ओए ओए ओए
तेरा चलना ओए ओए ओए
The_dk_poetry
मुक्तक
मुक्तक
Dr. Girish Chandra Agarwal
✍️दोगले चेहरे ✍️
✍️दोगले चेहरे ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
Rita Singh
Canine Friends
Canine Friends
Dhriti Mishra
कौन था वो ?...
कौन था वो ?...
मनोज कर्ण
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
करवा चौथ
करवा चौथ
Manoj Tanan
जिंदगी
जिंदगी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
इश्क़ रूह से मज़ाक लगता है
इश्क़ रूह से मज़ाक लगता है
Dr fauzia Naseem shad
मोदी क्या कर लेगा
मोदी क्या कर लेगा
Satish Srijan
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
पंकज कुमार कर्ण
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
#करवा चौथ#
#करवा चौथ#
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
■ मौजूदा दौर में....
■ मौजूदा दौर में....
*Author प्रणय प्रभात*
पैसा पैसा कैसा पैसा
पैसा पैसा कैसा पैसा
विजय कुमार अग्रवाल
माँ काली
माँ काली
Sidhartha Mishra
गलतियां सुधारी जा सकती है,
गलतियां सुधारी जा सकती है,
तरुण सिंह पवार
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
ruby kumari
ज़िंदा घर
ज़िंदा घर
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
बचपन की सुनहरी यादें.....
बचपन की सुनहरी यादें.....
Awadhesh Kumar Singh
दादी मां की बहुत याद आई
दादी मां की बहुत याद आई
VINOD KUMAR CHAUHAN
💐💐यह सफ़र कभी ख़त्म नहीं होगा💐💐
💐💐यह सफ़र कभी ख़त्म नहीं होगा💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मोरे सैंया
मोरे सैंया
DESH RAJ
*महानगर (पाँच दोहे)*
*महानगर (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
Loading...