Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2021 · 1 min read

नीति पूर्ण दोहे

कामी तामी लालची , ऐकर नैय विचार ।
पाहुन जकाँ छोड़ी दे , अपनेसँ लाचार ।।

मौलिक एवं स्वरचित
© -श्रीहर्ष आचार्य)

Language: Maithili
7 Likes · 5 Comments · 392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बेटियाँ
बेटियाँ
Mamta Rani
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
" अकाल्पनिक मनोस्थिति "
Dr Meenu Poonia
*जीत का जश्न*
*जीत का जश्न*
Santosh kumar Miri
जी करता है
जी करता है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
Dr Manju Saini
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
Rj Anand Prajapati
कुछ ना पा सकोगे तुम इस झूठे अभिमान से,
कुछ ना पा सकोगे तुम इस झूठे अभिमान से,
Ranjeet kumar patre
जग कल्याणी
जग कल्याणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"वक़्त की मार"
पंकज परिंदा
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खुद स्वर्ण बन
खुद स्वर्ण बन
Surinder blackpen
"समाज का भला हो सकता है"
Ajit Kumar "Karn"
वो हमें भी तो
वो हमें भी तो
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय प्रभात*
काल का पता नही कब आए,
काल का पता नही कब आए,
Umender kumar
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
Sonam Puneet Dubey
बच्चे आज कल depression तनाव anxiety के शिकार मेहनत competiti
बच्चे आज कल depression तनाव anxiety के शिकार मेहनत competiti
पूर्वार्थ
जब दिल ही उससे जा लगा..!
जब दिल ही उससे जा लगा..!
SPK Sachin Lodhi
3816.💐 *पूर्णिका* 💐
3816.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
होलिका दहन कथा
होलिका दहन कथा
विजय कुमार अग्रवाल
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
नज़र को नज़रिए की तलाश होती है,
नज़र को नज़रिए की तलाश होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक  के प्यार में
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक के प्यार में
Manoj Mahato
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
Priya princess panwar
I was happy
I was happy
VINOD CHAUHAN
Loading...