Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

नींद हमारी ख्याव तुम्हारे

अलसाई अलसाई नींद में
जब ख्याव तुम्हारा आ जाता है
केवल तुम ही तुम होते हो
याद तुम्हारी जगा जाता है

प्रिय प्रियतम जब 
साथ तुम मेरे नींद में होते हो
मैं सो जाती हूँ बेफिक्र
श्रंगार तुम मेरा नित होते हो

स्पन्दन कर मेरा
मारूत सा सुवासित करते हो 
कर मुझे आलिंगन में बद्ध
रागिनियों सा राग सजाते हो

नींद से जागती हूँ मैं
ख्याल तेरा फिर बिखेर जाता है
कोंपल सी कोमल
मृदु  मुस्कान मुख पर

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
71 Likes · 346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
बर्दाश्त की हद
बर्दाश्त की हद
Shekhar Chandra Mitra
हर किसी के मुकद्दर में।
हर किसी के मुकद्दर में।
Taj Mohammad
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मन की दुनिया अजब निराली
मन की दुनिया अजब निराली
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी कलम
मेरी कलम
Dr.Priya Soni Khare
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
गुप्तरत्न
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
■ आज की सलाह...
■ आज की सलाह...
*Author प्रणय प्रभात*
जियले के नाव घुरहूँ
जियले के नाव घुरहूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Propose Day
Propose Day
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
*घड़ा (बाल कविता)*
*घड़ा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
विजय कुमार नामदेव
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
प्रिये
प्रिये
Kamal Deependra Singh
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
Surinder blackpen
✍️थोड़ी मजाकियां✍️
✍️थोड़ी मजाकियां✍️
'अशांत' शेखर
एक दुआ हो
एक दुआ हो
Dr fauzia Naseem shad
जाति बनाम जातिवाद।
जाति बनाम जातिवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
ये  कहानी  अधूरी   ही  रह  जायेगी
ये कहानी अधूरी ही रह जायेगी
Yogini kajol Pathak
मैं तो इंसान हूँ ऐसा
मैं तो इंसान हूँ ऐसा
gurudeenverma198
23/03.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/03.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बहुत प्यार करता हूं तुमको
बहुत प्यार करता हूं तुमको
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पंछी और पेड़
पंछी और पेड़
नन्दलाल सुथार "राही"
आओ कृष्णा !
आओ कृष्णा !
Om Prakash Nautiyal
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
Paras Nath Jha
फुदक फुदक कर ऐ गौरैया
फुदक फुदक कर ऐ गौरैया
Rita Singh
गरूर मंजिलों का जब खट्टा पड़ गया
गरूर मंजिलों का जब खट्टा पड़ गया
कवि दीपक बवेजा
Loading...