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30 Dec 2022 · 1 min read

नींद अपनी

ज़िंदगी पा के
तुझको खोया है।
सोच कर दिल भी
मेरा रोया है ।।
अहमियत उससे पूछो
ख़्वाबों की।
नींद जो अपनी
कभी न सोया है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
14 Likes · 311 Views
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