Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2024 · 1 min read

निर्भय दिल को चैन आ जाने दो।

निर्भय दिल को चैन आ जाने दो।
दर्द सारे मिट जाने दो ।।
विश्वास के पौधे को जी भर कर पानी दे दो।
अंतर्मन को सुकून आ जाएगा दर्द को जगह न दो।।

स्वरचित मौलिक अप्रकाशित
कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.

56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
View all
You may also like:
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
जीवन में कुछ बचे या न बचे
जीवन में कुछ बचे या न बचे
PRADYUMNA AROTHIYA
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
हर क़दम पर सराब है सचमुच
हर क़दम पर सराब है सचमुच
Sarfaraz Ahmed Aasee
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
शेखर सिंह
2577.पूर्णिका
2577.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
Neelofar Khan
****उज्जवल रवि****
****उज्जवल रवि****
Kavita Chouhan
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
Ashwini sharma
जीभ/जिह्वा
जीभ/जिह्वा
लक्ष्मी सिंह
जिंदगी तेरे नाम हो जाए
जिंदगी तेरे नाम हो जाए
Surinder blackpen
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Neelam Sharma
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
The thing which is there is not wanted
The thing which is there is not wanted
कवि दीपक बवेजा
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
#नया_भारत 😊😊
#नया_भारत 😊😊
*प्रणय प्रभात*
रूप यौवन
रूप यौवन
surenderpal vaidya
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
sushil sarna
*वन की ओर चले रघुराई (कुछ चौपाइयॉं)*
*वन की ओर चले रघुराई (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
"ग़ौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भव- बन्धन
भव- बन्धन
Dr. Upasana Pandey
Loading...