Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

नियोजित शिक्षक का भविष्य

हमरा बुझात रहे मास्टर नियोजित रहीहें हो
रह रह के इ उत्तेजित होईहे हो,
कबहूं ना राजकर्मी ना इ नियमित होईहैं हो ।

हमरा बुझात रहे मास्टर अनसन करिहे
रह रह के ई टेंसन करिहे हो
तबहूं ना सरकारी , ना ई पुनर्जीवित (b.p.s.c teacher) होई हे हो।

हमरा बुझात रहे मास्टर धरना दिहें
रह रह के ई खरना करिहे हो
तबो ना ई कर्मचारी ना ई सुनियोजित होइ हे हो ।

हमरा बुझात रहे मास्टर नेतागिरी करिहें
रह रह के सिनाजोरी करिहें हो
कबो ना बिकास करिहे ,ना ई विकसित होई हैं हो ।

हमरा बुझात रहे मास्टर संघकर्मी बनिहे
रह रह के हठधर्मी बनी हे हो
कबो ना शिक्षक(सहायक) बनीहे, धीरे धीरे मृत(मरणशील) होई हैं हो।

हमरा बुझात रहे मास्टर खेती करीहे
रह रह के जलनेती करिहे हो
ई बेचीहे तरकारी, हरदम चिंतित रहिहे हो।

अब त बुझाता मास्टर बीपीएससी से संश्लिष्ट होई हैं हो,
सक्षमता देके विशिष्ट होई हैं हो
फेल हो गईला पर अवशिष्ट
बचल खुचल अपशिष्ट होई हैं हो..😃

नोट .. जय बिहार सरकार

1 Like · 754 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from साहिल
View all
You may also like:
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दबी दबी आहें
दबी दबी आहें
Shashi Mahajan
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
■ अक्लमंदों के लिए।
■ अक्लमंदों के लिए।
*प्रणय प्रभात*
*नववर्ष*
*नववर्ष*
Dr. Priya Gupta
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
Kirti Aphale
खुद को भी
खुद को भी
Dr fauzia Naseem shad
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
मां
मां
Sonam Puneet Dubey
3065.*पूर्णिका*
3065.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अब सौंप दिया इस जीवन का
अब सौंप दिया इस जीवन का
Dhirendra Singh
इश्क़ नहीं आसान
इश्क़ नहीं आसान
Surinder blackpen
भीरू नही,वीर हूं।
भीरू नही,वीर हूं।
Sunny kumar kabira
सच तो जीवन में शेड का महत्व हैं।
सच तो जीवन में शेड का महत्व हैं।
Neeraj Agarwal
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
"" *सिमरन* ""
सुनीलानंद महंत
शहरी हो जरूर तुम,
शहरी हो जरूर तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
Manoj Mahato
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
shabina. Naaz
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
मैं सोच रही थी...!!
मैं सोच रही थी...!!
Rachana
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
22, *इन्सान बदल रहा*
22, *इन्सान बदल रहा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
" राग "
Dr. Kishan tandon kranti
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...