Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2023 · 1 min read

नारी हूँ मैं

नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…
नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…

तू मुझसे क्या टकराएगा, मैं इक तलवार दुधारी हूँ,
तू मुझको हाथ लगाएगा, मैं ज्वाला हूँ, चिंगारी हूँ…
नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…

मैं फुले की आशाओं के, घर-घर उजियारे लाई हूँ,
मैं पहली नारी शिक्षक हूँ, मैं तो सावित्री बाई हूँ…
नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…

झाँसी की रानी लक्ष्मी हूँ, भारत की राजदुलारी हूँ,
लड़के प्राणों को अमर किया, मैं द्वितीय रूप झलकारी हूँ…
नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…

नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…
नारी हूँ मैं, नारी हूँ मैं, नारी हूँ, मैं नारी हूँ…

~कमल दीपेंद्र सिंह, अमरोहा, उ०प्र०
अनवरत विद्यार्थी

2 Likes · 203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आदित्य एल-1मिशन*
*आदित्य एल-1मिशन*
Dr. Priya Gupta
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
लिखा है किसी ने यह सच्च ही लिखा है
लिखा है किसी ने यह सच्च ही लिखा है
VINOD CHAUHAN
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
Paras Nath Jha
4221💐 *पूर्णिका* 💐
4221💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
उल्फ़त का  आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
sushil sarna
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
ज़िंदगी दफ़न कर दी हमने गम भुलाने में,
ज़िंदगी दफ़न कर दी हमने गम भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वह भी चाहता है कि
वह भी चाहता है कि
gurudeenverma198
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
बहुत लोग जमा थे मेरे इर्दगिर्द मुझे समझाने वाले।
बहुत लोग जमा थे मेरे इर्दगिर्द मुझे समझाने वाले।
Ashwini sharma
जड़ों से कटना
जड़ों से कटना
मधुसूदन गौतम
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
Phool gufran
*योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)*
*योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
Chaahat
" गपशप "
Dr. Kishan tandon kranti
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
स्तुति - गणपति
स्तुति - गणपति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
■ कौन बताएगा...?
■ कौन बताएगा...?
*प्रणय प्रभात*
"शिक्षक दिवस "
Pushpraj Anant
Loading...