Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2022 · 1 min read

नानखटाई( बाल कविता )

नानखटाई( बाल कविता )
————————————————-
ठेलेवाला रामलुभाई
लाया सुंदर नानखटाई

हमने थैली भरी खरीदी
पाँच रुपै की सबने खाई

पापा बोले स्वाद बहुत है
मम्मी ने फिर और मँगाई
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99 97 61 545 1

71 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
कन्या रूपी माँ अम्बे
कन्या रूपी माँ अम्बे
Kanchan Khanna
धुनी रमाई है तेरे नाम की
धुनी रमाई है तेरे नाम की
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
कुटुंब के नसीब
कुटुंब के नसीब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पुत्र एवं जननी
पुत्र एवं जननी
रिपुदमन झा "पिनाकी"
"किताब और कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
इबादत अपनी
इबादत अपनी
Satish Srijan
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
इंसानियत की
इंसानियत की
Dr fauzia Naseem shad
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-138💐
💐अज्ञात के प्रति-138💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोहे शहीदों के लिए
दोहे शहीदों के लिए
दुष्यन्त 'बाबा'
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
हर रंग देखा है।
हर रंग देखा है।
Taj Mohammad
भ्रम जाल
भ्रम जाल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#गणतंत्र दिवस#
#गणतंत्र दिवस#
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
"नवसंवत्सर सबको शुभ हो..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
“ कितने तुम अब बौने बनोगे ?”
“ कितने तुम अब बौने बनोगे ?”
DrLakshman Jha Parimal
2298.पूर्णिका
2298.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अपना जीवन पराया जीवन
अपना जीवन पराया जीवन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
Er.Navaneet R Shandily
"जो लोग
*Author प्रणय प्रभात*
# शुभ - संध्या .......
# शुभ - संध्या .......
Chinta netam " मन "
लौ
लौ
Dr. Seema Varma
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
कवि दीपक बवेजा
निर्मोही
निर्मोही
Shekhar Chandra Mitra
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
Kavi Devendra Sharma
प्रिये
प्रिये
Kamal Deependra Singh
Loading...