Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2020 · 1 min read

नशा

यौवन का भयावह रूप है यह,
फिर भी हर एक की तमन्ना है यह,
महफिलों की शान बढ़ाता यह,
मॉडर्न का नया रूप दिखलाता यह,
बिना इसके शाम बेरंग लगती हमें,
पर जिंदगी को बेरंग बनाता भी यह,
ना जाने उजाड़ी इसने कितनों की जिंदगी,
और इसके साए में आकर कितने बर्बाद हुए
आशियाने,
शब्द यह एक है पर रूप इसके कई,
नशा चढ़े गर किसी अच्छाई का,
तो सिकंदर हमें बनाता भी यही,
है समुंदर जैसा इसका रूप बस तैराकी आनी चाहिए,
डूब रहे हो तो क्या बस बाहर निकलना आना चाहिए,
तस्करी ने इसकी इंसानियत का सार छोड़ा है,
अनेक हुनरमंद का हुनर इसने ही बहुत तोड़ा है,
गम के साए में माना कुछ पल का सूकू देता यह,
पर जिंदगी भर का आराम भी छीन लेता यह,
मानो तो नशा अच्छा भी होता है,
इसके अच्छे बुरे रूप को बस चुनना हमें होता है,
क्यूंकि जब नशा होता किसी अच्छाई का हममें,
तो जिंदगी के कांटो भरे सफर में,
दिल मजबूत कर हमारा मंज़िल तक हमें यही
पहुंचाता है

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 169 Views
You may also like:
गीत
गीत
सूर्यकांत द्विवेदी
खून दोगे तुम अगर तो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
खून दोगे तुम अगर तो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
Dr Archana Gupta
आस पड़ोस का सब जानता है..
आस पड़ोस का सब जानता है..
कवि दीपक बवेजा
प्यारी मेरी बहना
प्यारी मेरी बहना
Buddha Prakash
और प्रतीक्षा सही न जाये
और प्रतीक्षा सही न जाये
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
💐बस एक नज़र की ही तो बात है💐
💐बस एक नज़र की ही तो बात है💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ना तख्त होई
ना तख्त होई
Shekhar Chandra Mitra
मजबूर दिल की ये आरजू
मजबूर दिल की ये आरजू
VINOD KUMAR CHAUHAN
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
Taj Mohammad
हनुमानजी
हनुमानजी
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
हिंदी का वर्तमान स्वरूप एवं विकास की संभावना
हिंदी का वर्तमान स्वरूप एवं विकास की संभावना
Shyam Sundar Subramanian
मुक़द्दस पाक यह जामा,
मुक़द्दस पाक यह जामा,
Satish Srijan
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
तुम वही ख़्वाब मेरी आंखों का
तुम वही ख़्वाब मेरी आंखों का
Dr fauzia Naseem shad
2229.
2229.
Khedu Bharti "Satyesh"
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
अपने किसी पद का तू
अपने किसी पद का तू
gurudeenverma198
संत साईं बाबा
संत साईं बाबा
Pravesh Shinde
क्यों हो गए हम बड़े
क्यों हो गए हम बड़े
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हो गए
हो गए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"मेरे किसान बंधु चौकड़िया'
Ankit Halke jha
"नींद आने की दुआ भूल कर न दे मुझको।
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे सपने बेहिसाब है।
मेरे सपने बेहिसाब है।
Amit Kumar
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
Rashmi Sanjay
✍️जब रिक्त हथेलियाँ...
✍️जब रिक्त हथेलियाँ...
'अशांत' शेखर
"अच्छी आदत रोज की"
Dushyant Kumar
*भमरौवा शिव मंदिर यात्रा*
*भमरौवा शिव मंदिर यात्रा*
Ravi Prakash
याद आयो पहलड़ो जमानो
याद आयो पहलड़ो जमानो "
Dr Meenu Poonia
**--नए वर्ष की नयी उमंग --**
**--नए वर्ष की नयी उमंग --**
Shilpi Singh
Loading...