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18 Nov 2023 · 1 min read

नशा नाश की गैल हैं ।।

वो खांस रहे है, खांस रहे हैं ।
बीडी़ पीकर हांफ रहे हैं ।।

उनसा नही कोई दमदार ।
गले लगावे मौत का हार ।।

बीडी़, सिगरेट, चिलम, तम्बाकू ।
गांजा, अफी़म, चरस, और दारू।
हुक्का, हेरोइन,
उनसे कोई बच न पाया ।

अब हांफ हांफ कर हाल बुरा है,
दवा दारू का खर्च बडा़ है ।।

पहले नशे में चूर रहे,
अब नशे को घूर रहे ।

फेफडे़ भी अब फूल रहे,
इन्फेक्शन से जूझ रहे ।

आंतें, लीवर, और किडनी ,
गल गयी सारी बड़ गई परेशानी ।

कमी हो गई खून की हो गया पानी पानी,
फेफडो़ ओर लीवर में भी पड़ गया पानी ।

हमरी मानो सुधर जाओ,
नशे को न हाथ लगाओ,

नशा नाश की गैल है ।
नशा से ही जीवन फैल है ।।

शब्दार्थ :-
गैल – रास्ता

2 Likes · 2 Comments · 769 Views
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