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21 Jan 2023 · 1 min read

नववर्ष

नई आशा, नूतन उल्लास,
संघर्षरत तू अनवरत।
हे कर्मवीर!तू कर्मरत,
जीवन तू जीया समझ व्रत।
मैं चला पुराना साल तुम्हें दे नववर्ष!
तू जी सहर्ष, तू जी सहर्ष, तू जी सहर्ष!
–‘प्यासा”

Language: Hindi
Tag: कविता
26 Views
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