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9 Apr 2023 · 1 min read

नरभक्षी_गिद्ध

एउटा नरभक्षी गिद्ध
आफ्नैको सिकार गर्न उडाइयो ।

गन्तव्यविहिन त्यो
आफ्नैलाई चिथोर्न थाल्यो ।

मानसिक रोगी बन्यो त्यो
आफ्नैलाई बुटी-बुटी पार्न थाल्यो ।

चुच्चोमा आफ्नैको चोक्टा च्याँपी त्यो
आकाशमा उडेको उड्यै गर्न थाल्यो ।

सधैं नरभक्षी कै भूमिका त्यो
धेरै-धेरै उड्न थाल्यो ।

सिनोको स्वाद समेत बिर्सेको त्यो
धेरै उचाईमा उड्न थाल्यो ।

शत्रुहरूको फुर्काईमा त्यो
माथि -माथि अझ धेरै माथि उड्यो ।

अब त स्वभक्षी बनेको त्यो
परेवाहरूमा जातिय विभाजन थाल्यो ।

आखिर गिद्ध न हो त्यो
उड्दा उड्दै एक दिन देखिन छोड्छ त्यो ।

फेरी अर्को गिद्ध उडाइन्छ
फेरी नरभक्षीकै भूमिकामा हुन्छ त्यो ।

●#दिनेश_यादव
(कलंकी, काठमाण्डौ-१४।। २६ चैत्र ०७९) । तस्बीर : गुगल

Language: Nepali
1 Like · 284 Views
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