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12 Jan 2022 · 1 min read

नफरत की आग

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे,
खुद बिखेरे औरों की राह में कांटे ,
फिर पूछते हो यह नफरत की आग किसने लगाई है !
तुमने खुद ही तो वतन में बारूद थे बांटे ।

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
193 Views

Books from ओनिका सेतिया 'अनु '

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