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28 Apr 2024 · 1 min read

नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले

सो सो बार रुलाते हैं आज मुझको हँसाने वाले
नज़र बचा कर चलते है वो मुझको चाहने वाले

दिल अगर रोता है हमारा तो वो मुस्कुराते हैं
दिल बहलाना है उन्हे कहीं और चले जाते हैं
दिल तोड़कर हँसते हैं दिल्लगी सिखाने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं………

मैं वो नही हूँ कि किसी को बेवफा कह दूँ
कभी कहा था खुदा मैं कैसे नाखुदा कह दूँ
यही तो थे वो हमसे मोहब्बत जताने वाले
नजर बचा कर चलते हैं………

जाने क्यूँ बेवजह यूँ दिल मेरा तोड़ दिया
देके इल्ज़ाम यूँ मोहब्बत से मुँह मोड़ लिया
कहाँ गए हैं वो दूर से आवाज लगाने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं……….

V9द रहें ना रहें अब चाहे इस जमाने में
हासिल क्या होगा बेवजह अश्क बहाने में
खुद ही पछताएंगे वो एक दिन भुलाने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं……….

स्वरचित
V9द चौहान

1 Like · 130 Views
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