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9 Aug 2021 · 1 min read

नज़रिया

चीरागों के हौसलौं से तो तूफाँ के इशारे बदल जाते हैं
नज़रिया बदल लो तो नज़ारे बदल जाते हैं
वक्‍त से बड़ा तो कोई मरहम नहीं होता
वक्‍त के साथ तो सारे बदल जाते हैं ।

॰ राजीव कुमार ॰

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 153 Views
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