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14 Dec 2022 · 1 min read

*धीरे-धीरे आया जाड़ा(हिंदी गजल/ गीतिका)*

*धीरे-धीरे आया जाड़ा(हिंदी गजल/ गीतिका)*
———————————
1
धीरे-धीरे आया जाड़ा
थोड़ा है तो भाया जाड़ा
2
धूप-गुनगुनी जब देखी तो
मन ही मन मुस्काया जाड़ा
3
सर्दी के मौसम में स्वेटर
ऊनी-टोपा लाया जाड़ा
4
केसर-वाला दूध पी गया
मेवा खा मुटिआया जाड़ा
5
नैनीताल रामपुर ही में
पूस-माघ जब छाया जाड़ा
——————————
*रचयिताः रवि प्रकाश*
बाजार सर्राफा, रामपुर (उ.प्र.) मोबाइल 9997615451

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