Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

धार तुम देते रहो

धार तुम देते रहो

रहोगे अभिशप्त,
यदि करोगे सत्य का तिरष्कार,
सकारात्मक-विचारवान बन,
कर लो सत्य को स्वीकार;
सत्य का स्वरुप ही है-
निर्विकार स्वरुप,
असत्य भ्रम का ज़ाल है,
अज्ञान का प्रतिरूप;
पर सत्य और असत्य का
भेद दुष्कर कार्य है,
गर चेतना चेतन रहे,
तब ही सुलभ ये कार्य है ।
संत्रास को तुम त्याग कर,
निज पथ पर अविकल बढ़ते रहो,
पाटल-प्रसून सम खिल जाओगे,
जो कंटकों को सहते रहो ।
आक्षेप-निराक्षेप से,
ऊपर करो निज व्यक्तित्व को;
दृष्टि रखो निज लक्ष्य पर,
बनाये रखो अस्तित्व को ।
इस प्रयास में पर सत्य की,
साधना न त्यागना;
बल्कि अपनी साधना को यूँ,
धार तुम देते रहो ।

(c)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”

Language: Hindi
5 Likes · 429 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
View all

You may also like these posts

■ जल्दी ही ■
■ जल्दी ही ■
*प्रणय*
भोग पिपासा बढ़ गई,
भोग पिपासा बढ़ गई,
sushil sarna
सत्य की जीत
सत्य की जीत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
कलयुग के बाबा
कलयुग के बाबा
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
माता पिता के बाद जो कराता है आपके कर्त्तव्यपथ का ज्ञान उसे व
माता पिता के बाद जो कराता है आपके कर्त्तव्यपथ का ज्ञान उसे व
Rj Anand Prajapati
नहीं हम भूल पाएंगे
नहीं हम भूल पाएंगे
डिजेन्द्र कुर्रे
#दोहे
#दोहे
Suryakant Dwivedi
"रख हिम्मत"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्त
दोस्त
Rambali Mishra
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
Abhishek Soni
🌸प्रकृति 🌸
🌸प्रकृति 🌸
Mahima shukla
इश्क का बाजार
इश्क का बाजार
Suraj Mehra
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
Swami Ganganiya
हौसला मेरा
हौसला मेरा
Dr fauzia Naseem shad
* कुछ ख्वाब सलौने*
* कुछ ख्वाब सलौने*
Vaishaligoel
हिंदी लेखक
हिंदी लेखक
Shashi Mahajan
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
Priya princess panwar
संग और साथ
संग और साथ
पूर्वार्थ
चितौड़ में दरबार डोकरी
चितौड़ में दरबार डोकरी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
निश्छल प्रेम के बदले वंचना
निश्छल प्रेम के बदले वंचना
Koमल कुmari
क्या हैं हम...
क्या हैं हम...
हिमांशु Kulshrestha
वो समुन्दर..
वो समुन्दर..
Vivek Pandey
वंसत पंचमी
वंसत पंचमी
Raju Gajbhiye
प्रेम के पल
प्रेम के पल
Arvind trivedi
ख्वाबों का कातिल
ख्वाबों का कातिल
सिद्धार्थ गोरखपुरी
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...