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विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
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21 Apr 2020 · 1 min read
दोहा
होती है जग की यहीं , देख पुरानी रीत।
हार के बाद ही मिले, खुशी भरा इक जीत।।१।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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