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17 May 2023 · 1 min read

धरती का बेटा

13. धरती का बेटा

जेठ की दुपहरी मे ,
माघी शीत लहरी मे,
खुले आसमान तले,
जाने कौन लेटा है ।

बादल की छाँव मे ,
बरगद की ठॉव मे ,
अँधियारी सॉझ ढले ,
साधे मौन लेटा है ।

फटी सी चादर एक ,
डेढ हाथ धरा छेक ,
आधी बिछाए और ,
आधी मे लपेटा है ।

जानते हो कौन है ,
ऊपर से मौन है ,
अंतर से अश्रुगलित ,
धरती का बेटा है ।
*****

Language: Hindi
1 Like · 196 Views
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