Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2023 · 1 min read

दोस्ती और जलन

मुझे क्या पता था ,

मुझसे जलने की वजह
मेरी कामयाबी निकली….

जलन ना करके खुद मेरे जैसा बनते,
तो तुम्हारी भी कीमत बढ़ती…

तुम्हारी जलन ने, मुझ जैसा दोस्त खो दिया

और मेरी कामयाबी ने,
तुम्हारे जैसे हजारों दोस्त दिला दिए….

वादे से तू मुकर गया,
दोस्ती छोड़ तू जलन कर गया,

मिसाल थे तुम, हमारी अपनों में,
कत्ल कर दोस्ती का, इल्जाम भी हमीं पर रख गया….

उमेंद्र कुमार

Language: Hindi
155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मर्द का दर्द
मर्द का दर्द
Anil chobisa
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Sakshi Tripathi
कल और आज जीनें की आस
कल और आज जीनें की आस
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कांटों में क्यूं पनाह दी
कांटों में क्यूं पनाह दी
Surinder blackpen
हम स्वान नहीं इंसान हैं!
हम स्वान नहीं इंसान हैं!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कृष्णा आप ही...
कृष्णा आप ही...
Seema 'Tu hai na'
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
मोहिनी
मोहिनी
लक्ष्मी सिंह
ऐ जोश क्या गरज मुझे हूरो-कसूर से, मेरा वतन मेरे लिए जन्नत से
ऐ जोश क्या गरज मुझे हूरो-कसूर से, मेरा वतन मेरे लिए जन्नत से
Dr. Rajiv
खुद से बच कर
खुद से बच कर
Dr fauzia Naseem shad
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अर्थहीन
अर्थहीन
Shyam Sundar Subramanian
कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
Ravi Prakash
भेड़ चाल में फंसी माँ
भेड़ चाल में फंसी माँ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
【11】 *!* टिक टिक टिक चले घड़ी *!*
【11】 *!* टिक टिक टिक चले घड़ी *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
जिंदगी
जिंदगी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बचपन की साईकिल
बचपन की साईकिल
Buddha Prakash
जो व्यर्थ गया खाली खाली,अब भरने की तैयारी है
जो व्यर्थ गया खाली खाली,अब भरने की तैयारी है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये  कहानी  अधूरी   ही  रह  जायेगी
ये कहानी अधूरी ही रह जायेगी
Yogini kajol Pathak
जिसे मैं ने चाहा हद से ज्यादा,
जिसे मैं ने चाहा हद से ज्यादा,
Sandeep Mishra
चाल कुछ ऐसी चल गया कोई।
चाल कुछ ऐसी चल गया कोई।
सत्य कुमार प्रेमी
बोलो बोलो,हर हर महादेव बोलो
बोलो बोलो,हर हर महादेव बोलो
gurudeenverma198
उम्रभर
उम्रभर
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मुट्ठी में ख्वाबों को दबा रखा है।
मुट्ठी में ख्वाबों को दबा रखा है।
Taj Mohammad
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
भारत
भारत
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
डर डर के उड़ रहे पंछी
डर डर के उड़ रहे पंछी
डॉ. शिव लहरी
2482.पूर्णिका
2482.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#जयहिंद
#जयहिंद
Rashmi Ranjan
Loading...