Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2024 · 1 min read

देखिए अगर आज मंहगाई का ओलंपिक हो तो

देखिए अगर आज मंहगाई का ओलंपिक हो तो
बोलिये फिर किस देश को गोल्ड मेडल मिलना चाहिए

79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

विषय _  इन्तजार दूरी का
विषय _ इन्तजार दूरी का
Rekha khichi
छोड़ जाऊंगी
छोड़ जाऊंगी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सुनो
सुनो
sheema anmol
अधिकारों का प्रयोग करके
अधिकारों का प्रयोग करके
Kavita Chouhan
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
घर की सब दीवार
घर की सब दीवार
RAMESH SHARMA
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
Dr.sima
कम से कम..
कम से कम..
हिमांशु Kulshrestha
चलो आज कुछ बात करते है
चलो आज कुछ बात करते है
Rituraj shivem verma
सुप्रभात!
सुप्रभात!
Sonam Puneet Dubey
दर्द
दर्द
SHAMA PARVEEN
कर्मों का बहीखाता
कर्मों का बहीखाता
Sudhir srivastava
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
मां बाप
मां बाप
Mukesh Kumar Sonkar
Change
Change
पूर्वार्थ
विस्मरण
विस्मरण
Deepesh Dwivedi
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
Abhishek Soni
Mushaakil musaddas saalim
Mushaakil musaddas saalim
sushil yadav
इक सांस तेरी, इक सांस मेरी,
इक सांस तेरी, इक सांस मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3838.💐 *पूर्णिका* 💐
3838.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मुसाफिरखाना है ये दुनिया
मुसाफिरखाना है ये दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
Dr Archana Gupta
राह कोई नयी-सी बनाते चलो।
राह कोई नयी-सी बनाते चलो।
लक्ष्मी सिंह
अपने होने
अपने होने
Dr fauzia Naseem shad
शुभ को छोड़ लाभ पर
शुभ को छोड़ लाभ पर
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे अंतस में ......
मेरे अंतस में ......
sushil sarna
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
युद्ध के मायने
युद्ध के मायने
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...