Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2023 · 1 min read

#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई……!!

#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई……!!
_____________________________________
दो पक्ष कर रहे हैं, बिन बात की लड़ाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

सेवक बता सभी से,
ओ शीश का झुकना।
मतलब निकालने को,
हर दिन नया बहाना।
पद पा गये प्रतिष्ठा, करते न सेवकाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

है पाँच वर्ष का ही,
यह खेल सब तमाशा।
इनके लिए है रबड़ी,
जन- जीव में हताशा।
छल- छद्म ढाल इनका,धोखाधड़ी कमाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

जनता सुधा समझ ही,
नित पान कर रही है।
वह कालकूट का ही,
गुणगान कर रही है।
बदकार से भला क्यों, तुम चाहते भलाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

निज बेंच दी हया को,
अवशेष बेचना है।
मन लालसा नवल यह,
अब देश बेचना है।
सबको लड़ा रहे हैं, दे धर्म की दुहाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

कबतक दगा सहोगे,
निज बोध को जगाओ।
जो भ्रष्ट आज नायक,
उनको सबक सिखाओ।
विश्वासघातियों से, भयभीत हो न भाई।
देकर दगा सभी को, नित खा रहे मलाई।।

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’
मुसहरवा (मंशानगर) , पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
अहा!नव सृजन की भोर है
अहा!नव सृजन की भोर है
नूरफातिमा खातून नूरी
मां सुमन.. प्रिय पापा.👨‍👩‍👦‍👦.
मां सुमन.. प्रिय पापा.👨‍👩‍👦‍👦.
Ms.Ankit Halke jha
नारी
नारी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
स्याही की मुझे जरूरत नही
स्याही की मुझे जरूरत नही
Aarti sirsat
साइंस ऑफ लव
साइंस ऑफ लव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जवाब दे न सके
जवाब दे न सके
Dr fauzia Naseem shad
पानी
पानी
Vikas Sharma'Shivaaya'
" बावरा मन "
Dr Meenu Poonia
बरसात
बरसात
मनोज कर्ण
टाँगतोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
टाँगतोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
Vishal babu (vishu)
थोड़ी मेहनत और कर लो
थोड़ी मेहनत और कर लो
Nitu Sah
"ये कैसा दस्तूर?"
Dr. Kishan tandon kranti
देश के राजनीतिज्ञ
देश के राजनीतिज्ञ
विजय कुमार अग्रवाल
माँ
माँ
shabina. Naaz
✍️कालापिला✍️
✍️कालापिला✍️
'अशांत' शेखर
प्यार
प्यार
Satish Srijan
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
सीरत
सीरत
Shutisha Rajput
बट विपट पीपल की छांव ??
बट विपट पीपल की छांव ??
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
SURYAA
तपिश
तपिश
SEEMA SHARMA
प्रेम【लघुकथा】*
प्रेम【लघुकथा】*
Ravi Prakash
- ग़ज़ल ( चंद अश'आर )
- ग़ज़ल ( चंद अश'आर )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
"सुपर स्टार प्रचारक" को
*Author प्रणय प्रभात*
अहसासों से भर जाता हूं।
अहसासों से भर जाता हूं।
Taj Mohammad
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
Anand Kumar
गज़ल
गज़ल
Mahendra Narayan
Loading...