Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2021 · 1 min read

दुविधा… “उम्र की तलाशी”

शीर्षक : दुविधा…उम्र की तलाशी

बढ़ रही है उम्र हमारी या कम हो रही जिन्दगी, दुविधा ये अब होने लगी,
दिलो-दिमाग में एक कशमकश सी आजकल यही हमारे अब रहने लगी।

दिमाग ने ली जब तलाशी उम्र की, संजोयी स्मृतियों को टटोलने हम लगे,
जीवन के सुखद अहसासों में, उमंगों के बीते दौर दिल में खौलने लगे।

मधुर स्मृतियों से मिली दिल को चाह नयी. जीने की बीती उम्र उड़ेलने लगे,
यादों के उजाले फिर मन के उन आवेग- उद्वेगों को बाहर धकेलने लगे।

बैचेन मन को देते रहे ठहराव, आँखों में भविष्य के नये ख्वाब संजोने लगे,
तलाशी उम्र की थी और दिलो-दिमाग में बंद संदूकों के राज खुलने लगे।

समझा ये हमनें बढ़ रही है उम्र बेश़क, अनुभवों के अध्याय नये जुड़ने लगे,
जीवन किताब, वरक दर वरक पलटते हम बढ़ती उम्र संग, उसे पढ़ने लगे।

© ® उषा शर्मा
जामनगर (गुजरात)

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 222 Views
You may also like:
आईना
आईना
KAPOOR IQABAL
राहे -वफा
राहे -वफा
shabina. Naaz
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Writing Challenge- सर्दी (Winter)
Writing Challenge- सर्दी (Winter)
Sahityapedia
😊 झण्डू चालीसा 😊
😊 झण्डू चालीसा 😊
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ गङबङ है!!
कुछ गङबङ है!!
Dr. Nisha Mathur
तुम मोहब्बत में
तुम मोहब्बत में
Dr fauzia Naseem shad
" समर्पित पति ”
Dr Meenu Poonia
The Digi Begs [The Online Beggars]
The Digi Begs [The Online Beggars]
AJAY AMITABH SUMAN
💐प्रेम कौतुक-420💐
💐प्रेम कौतुक-420💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
चाहे जितना तू कर निहां मुझको
चाहे जितना तू कर निहां मुझको
Anis Shah
हैं शामिल
हैं शामिल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अजान
अजान
Satish Srijan
सारे आँगन पट गए (गीतिका )
सारे आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
जगत का जंजाल-संसृति
जगत का जंजाल-संसृति
Shivraj Anand
शिक्षा
शिक्षा
Buddha Prakash
🌷सारे सवालों का जवाब मिलता है 🌷
🌷सारे सवालों का जवाब मिलता है 🌷
Khedu Bharti "Satyesh"
पैसे का खेल
पैसे का खेल
Shekhar Chandra Mitra
सब्र
सब्र
Pratibha Kumari
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक हरे भरे गुलशन का सपना
एक हरे भरे गुलशन का सपना
ओनिका सेतिया 'अनु '
नहीं आये कभी ऐसे तूफान
नहीं आये कभी ऐसे तूफान
gurudeenverma198
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
Surinder blackpen
खाना खाया या नहीं ये सवाल नहीं पूछता,
खाना खाया या नहीं ये सवाल नहीं पूछता,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
“ सर्वे संतु निरामया”
“ सर्वे संतु निरामया”
DrLakshman Jha Parimal
जीवन पथ
जीवन पथ
Kamal Deependra Singh
मेरा दिल क्यो मचल रहा है
मेरा दिल क्यो मचल रहा है
Ram Krishan Rastogi
HE destinated me to do nothing but to wait.
HE destinated me to do nothing but to wait.
Manisha Manjari
Loading...