Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,

दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है, हमारे अंदर खुद इतनी ताकत है कि हम दुनिया को और बेहतर एवं खूबसूरत बना सकते हैं। यारो बस हमें थोड़ा और बेहतर सोचने की जरूरत है।
©️ सुनील माहेश्वरी

3 Likes · 134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*नहीं समस्या का हल कोई, किंचित आलौकिक निकलेगा (राधेश्यामी छं
*नहीं समस्या का हल कोई, किंचित आलौकिक निकलेगा (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
ॐ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम्।
ॐ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम्।
Shashi kala vyas
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
sudhir kumar
मैंने अपनी तन्हाई में
मैंने अपनी तन्हाई में
Chitra Bisht
स्नेहिल प्रेम अनुराग
स्नेहिल प्रेम अनुराग
Seema gupta,Alwar
राम की धुन
राम की धुन
Ghanshyam Poddar
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की कीमत
SHAMA PARVEEN
हरे की हार / मुसाफ़िर बैठा
हरे की हार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Reaction on RGKAR medical college incident
Reaction on RGKAR medical college incident
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
काम पर जाती हुई स्त्रियाँ..
काम पर जाती हुई स्त्रियाँ..
Shweta Soni
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
ऑनलाइन शॉपिंग
ऑनलाइन शॉपिंग
Shekhar Chandra Mitra
अंतर मन की हलचल
अंतर मन की हलचल
कार्तिक नितिन शर्मा
बूंद बूंद से सागर बने
बूंद बूंद से सागर बने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
क्या फर्क पड़ेगा
क्या फर्क पड़ेगा
Dr. Man Mohan Krishna
"प्यार का रोग"
Pushpraj Anant
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
🙅आज का मुक्तक🙅
🙅आज का मुक्तक🙅
*प्रणय*
शायर की जुबां में बोलूँ अगर
शायर की जुबां में बोलूँ अगर
gurudeenverma198
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
Kirti Aphale
When you work so hard for an achievement,
When you work so hard for an achievement,
पूर्वार्थ
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
Kumar lalit
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
गलत को गलत क्या बता दिया
गलत को गलत क्या बता दिया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किताब
किताब
Sûrëkhâ
Loading...