Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2022 · 1 min read

दीप जले है दीप जले

दीप जले है दीप जले,
घर घर में है दीप जले,
सुख शांति का दीप जले,
दीपावली का दीप जले।

दीप जले है दीप जले,
मन मंदिर में दीप जले,
प्रकाश पर्व का दीप जले,
दीपावली का दीप जले।

दीप जले है दीप जले,
सच्चाई का दीप जले,
अच्छाई का दीप जले,
दीपावली का दीप जले।

दीप जले है दीप जले,
ज्ञान का अद्भुत दीप जले,
जगमग जगमग दीप जले,
दीपावली का दीप जले।

रचनाकार
✍🏼✍🏼
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 2 Comments · 82 Views

Books from Buddha Prakash

You may also like:
हे काश !!
हे काश !!
Akash Yadav
"मीनू की कुर्सी"
Dr Meenu Poonia
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
Rohit yadav
करते रहे हो तुम शक हम पर
करते रहे हो तुम शक हम पर
gurudeenverma198
कहीं मर न जाए
कहीं मर न जाए
Seema 'Tu hai na'
सच है, दुनिया हंसती है
सच है, दुनिया हंसती है
Saraswati Bajpai
मेरी सफर शायरी
मेरी सफर शायरी
Ankit Halke jha
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
सत्य कुमार प्रेमी
माँ तो पावन प्रीति है,
माँ तो पावन प्रीति है,
अभिनव अदम्य
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
उम्र निकलती है जिसके होने में
उम्र निकलती है जिसके होने में
Anil Mishra Prahari
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
अवध से राम जाते हैं,
अवध से राम जाते हैं,
अनूप अम्बर
■ धिक्कार....
■ धिक्कार....
*Author प्रणय प्रभात*
भूत अउर सोखा
भूत अउर सोखा
आकाश महेशपुरी
Bhut khilliya udwa  li khud ki gairo se ,
Bhut khilliya udwa li khud ki gairo se ,
Sakshi Tripathi
💐प्रेम कौतुक-188💐
💐प्रेम कौतुक-188💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हिसाब रखियेगा जनाब,
हिसाब रखियेगा जनाब,
Buddha Prakash
एक होशियार पति!
एक होशियार पति!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
Dr fauzia Naseem shad
फूलों की तरह मुस्कराते रहिए जनाब
फूलों की तरह मुस्कराते रहिए जनाब
shabina. Naaz
किस्मत ने जो कुछ दिया,करो उसे स्वीकार
किस्मत ने जो कुछ दिया,करो उसे स्वीकार
Dr Archana Gupta
क्या बताये वो पहली नजर का इश्क
क्या बताये वो पहली नजर का इश्क
N.ksahu0007@writer
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
Rajesh Kumar Arjun
देश बचाओ
देश बचाओ
Shekhar Chandra Mitra
धर्मपथ_अंक_जनवरी_2021
धर्मपथ_अंक_जनवरी_2021
Ravi Prakash
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
देर
देर
पीयूष धामी
Loading...