Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2024 · 1 min read

दीपावली पर केन्द्रित कुछ बुंदेली हाइकु कविता

दीपावली विशेष:-

राना लिधौरी के बुंदेली हाइकु:-

1
मन भीतरे।।
भगाऔअदियारौ।
दिया उजारौ।।

जै हो लच्छमी,
सारे दुख हरियो।
कृपा करियों।।

खुशी मनाओ,
पूजा थार सजाऔ।
मिठाई बांटो।।

फुलजरी, चकरी,
बम,राकेट संग।
पटाखे घालो।।

मौनिया नाचे,
घर घर जाकर।
खुशियां बांटे।।
***
✍️कवि-राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

1 Like · 60 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

इस दीवाली नक़ली मावे की मिठाई खाएं और अस्पताल जाएं। आयुष्मान
इस दीवाली नक़ली मावे की मिठाई खाएं और अस्पताल जाएं। आयुष्मान
*प्रणय*
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
Jp yathesht
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
अस्तु
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
बहारों का मौसम सज़ा दिजिए ।
बहारों का मौसम सज़ा दिजिए ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
मुझको ज्ञान नहीं कविता का
मुझको ज्ञान नहीं कविता का
Manoj Shrivastava
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
Subhash Singhai
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
Ravi Prakash
फौज
फौज
Maroof aalam
कलम और कविता
कलम और कविता
Surinder blackpen
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
बेचारे नेता
बेचारे नेता
गुमनाम 'बाबा'
"तकरार"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
क्या लिखू , क्या भूलू
क्या लिखू , क्या भूलू
Abasaheb Sarjerao Mhaske
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
Meenakshi Masoom
*तेरा इंतज़ार*
*तेरा इंतज़ार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सोचो
सोचो
Dinesh Kumar Gangwar
আমি হতে চাই
আমি হতে চাই
Arghyadeep Chakraborty
रंग -भेद ना चाहिए ,विश्व शांति लाइए ,सम्मान सबका कीजिए,
रंग -भेद ना चाहिए ,विश्व शांति लाइए ,सम्मान सबका कीजिए,
DrLakshman Jha Parimal
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जब लोग आपसे खफा होने
जब लोग आपसे खफा होने
Ranjeet kumar patre
रंगोली
रंगोली
Neelam Sharma
मेरे घर के दरवाजे
मेरे घर के दरवाजे
Minal Aggarwal
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
Manisha Wandhare
मेरी माँ
मेरी माँ "हिंदी" अति आहत
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
सुविचार
सुविचार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गर्मी
गर्मी
Rajesh Kumar Kaurav
"भूख के बुखार से!"
Priya princess panwar
Loading...