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21 Mar 2023 · 1 min read

“दिल में कांटा सा इक गढ़ा होता।

“दिल में कांटा सा इक गढ़ा होता।
उसने मुझ को अगर पढ़ा होता।।”

👌प्रणय प्रभात👌

1 Like · 119 Views
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