Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2022 · 1 min read

दिल ने

आज दिल ने पुरानी जख्मों से
हाथ जोड़कर फरियाद किया है

मत आए अब वह हमारी जिन्दगी में
वह मेरा गुजरा पल बनकर ही रहे।

न दस्तक दे दिल पर अब मुझे
बड़े दिनों बाद आज जाकर
सकून का पल मिला है।

~अनामिका

1 Like · 111 Views
You may also like:
" सब्र बचपन का"
Dr Meenu Poonia
हायकू
हायकू
Ajay Chakwate *अजेय*
बारिश
बारिश
Saraswati Bajpai
#हाइकू ( #लोकमैथिली )
#हाइकू ( #लोकमैथिली )
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
“जिंदगी अधूरी है जब हॉबबिओं से दूरी है”
“जिंदगी अधूरी है जब हॉबबिओं से दूरी है”
DrLakshman Jha Parimal
प्रकृति सुनाये चीखकर, विपदाओं के गीत
प्रकृति सुनाये चीखकर, विपदाओं के गीत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
✍️इतिहास के पन्नो पर...
✍️इतिहास के पन्नो पर...
'अशांत' शेखर
पंजाबी गीत
पंजाबी गीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते...
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
शेर
शेर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मुक्त परिंदे पुस्तक समीक्षा
मुक्त परिंदे पुस्तक समीक्षा
लालबहादुर चौरसिया 'लाल'
*आज अयोध्या में लौटे,दशरथनंदन श्रीराम (गीत)*
*आज अयोध्या में लौटे,दशरथनंदन श्रीराम (गीत)*
Ravi Prakash
ऐसे काम काय करत हो
ऐसे काम काय करत हो
मानक लाल"मनु"
किताब की ताक़त
किताब की ताक़त
Shekhar Chandra Mitra
मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे
मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे
VINOD KUMAR CHAUHAN
बजट
बजट
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ सबको पता है...
■ सबको पता है...
*Author प्रणय प्रभात*
हिद्दत-ए-नज़र
हिद्दत-ए-नज़र
Shyam Sundar Subramanian
कुछ जुगनू उजाला कर गए हैं।
कुछ जुगनू उजाला कर गए हैं।
Taj Mohammad
खुद को मूर्ख बनाते हैं हम
खुद को मूर्ख बनाते हैं हम
Surinder blackpen
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
💐प्रेम कौतुक-198💐
💐प्रेम कौतुक-198💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
Er.Navaneet R Shandily
जीएं हर पल को
जीएं हर पल को
Dr fauzia Naseem shad
मैं फिर आऊँगा
मैं फिर आऊँगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️
🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
बाल कहानी- प्रिया
बाल कहानी- प्रिया
SHAMA PARVEEN
अंजाम ए जिंदगी
अंजाम ए जिंदगी
ओनिका सेतिया 'अनु '
चल पड़ते हैं कभी रुके हुए कारवाँ, उम्मीदों का साथ पाकर, अश्क़ बरस जाते हैं खामोशी से, बारिशों में जैसे घुलकर।
चल पड़ते हैं कभी रुके हुए कारवाँ, उम्मीदों का साथ...
Manisha Manjari
Loading...