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17 May 2023 · 1 min read

दिल दिया था जिसको हमने दीवानी समझ कर,

दिल दिया था जिसको हमने दीवानी समझ कर,
खा उसको बिरयानी समझ कर।
एक आंसू भी न छोड़ा उस भुक्खड़ ने,
वो मेरे आँसू भी पी गयी निंबू पानी समझ कर।।

Vishal babu

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