Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 2 min read

*दिल्ली*

दिल्ली की रफ़्तार देख लो –
इसकी सर्पिल सड़कों पर
दौड़ती-फिरती
मेट्रो, बाइक, कार देख लो –
सबके सब यहाँ जल्दी में हैं,
न जाने कहाँ है मंज़िल सबकी? –
भाग-दौड़ और आपाधापी
का सिलसिला
थमने का नामोनिशां नहीं
जाने क्या है मर्ज़ी रब की? –
भीड़ है इंसानों की
मगर इंसानियत गुम है,
पड़ोसी पड़ोसी को पहचानता नहीं-
दुःख-दर्द बाँटना तो दूर,
इक दूसरे का नाम तक कोई जानता नहीं-
दोस्त कहने को तो हैं बहुत
मगर अपने अपने
स्वार्थ के वशीभूत हैं;
दोस्ती का मक़सद भी
कहीं न कहीं महज़ स्वार्थों की सिद्धि है –
आज ‘विचारों की समानता’
मित्रता का मूलमंत्र नहीं
बल्कि इसकी बुनियाद
संपत्ति और समृद्धि है –
यहाँ हवा के कण-कण में
इक बेताबी और बेचैनी है –
दिल से दिल के तारों पर
धूल-मिट्टी और जंग चढ़ी है
पर नफ़रत की तलवार यहाँ
धारदार और पैनी है –
आजू-बाजू को रौंद सभी में
आगे बढ़ने की होड़ है –
इंसानों के बीच न जाने
ये कैसी चूहा-दौड़ है? –
लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती की
पूजा जिसकी विरासत थी
यह उसी देश की राजधानी है –
पर आज यहाँ नारी की अस्मिता
शर्म से पानी पानी है –
भव्य इमारतों की यह नगरी
है इतिहास की एक धरोहर –
क़ुतुब, लालकिला, जंतर-मंतर –
बाग बगीचे एक से बढ़कर एक मनोहर –
बाजार/मॉल अफ़रात यहाँ –
इंडिया गेट पर शाम ख़ुशनुमा
है डिस्को वाली रात यहाँ –
उच्च शिक्षा का विद्या-मंदिर,
यह राजनीति का अखाड़ा है –
बेहिसाब गर्मी है यहाँ
और हाड़ कंपाता जाड़ा है –
देश के कोने-कोने से आकर
बस गए हैं लोग –
हर राज्य की संस्कृति
यहाँ पल रही,
है कितना अद्भुत संयोग –
हम सब दिल्ली वासी मिलकर
अगर दूर कर सकें
इसकी बुराइयाँ –
और अपने सद्प्रयासों से
बढ़ा सकें इसकी अच्छाइयाँ –
तो यह तय है
कि इसका नाम
विश्वपटल पर
शीर्ष में लिखा जाएगा –
आनेवाली सदियों तक
यह अपनी अमिट छाप
जन-जन के ह्रदय पर
छोड़ जाएगा।

Language: Hindi
1 Like · 109 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pallavi Mishra
View all

You may also like these posts

आशार
आशार
Bodhisatva kastooriya
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
Manoj Mahato
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
DrLakshman Jha Parimal
ताशकंद वाली घटना।
ताशकंद वाली घटना।
Abhishek Soni
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
वैश्विक खतरे के बदलते स्वरूप में भारत की तैयारी
वैश्विक खतरे के बदलते स्वरूप में भारत की तैयारी
Sudhir srivastava
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
अपने सफऱ में खुद की कमियाँ छांटता हूँ मैं ,
अपने सफऱ में खुद की कमियाँ छांटता हूँ मैं ,
Ravi Betulwala
मेरी संवेदनाएं
मेरी संवेदनाएं
Shalini Mishra Tiwari
हर उम्र है
हर उम्र है
Manoj Shrivastava
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिव्य भाव
दिव्य भाव
Rambali Mishra
कविता - नन्हीं चींटी
कविता - नन्हीं चींटी
पूनम दीक्षित
" हुई हृदय झंकार "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बताती जा रही आंखें
बताती जा रही आंखें
surenderpal vaidya
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
मैं नहीं कहती
मैं नहीं कहती
Dr.Pratibha Prakash
एक क्षणिका :
एक क्षणिका :
sushil sarna
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
अरशद रसूल बदायूंनी
"किनारे से"
Dr. Kishan tandon kranti
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जीत मुश्किल नहीं
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
मन की पीड़ा क
मन की पीड़ा क
Neeraj Kumar Agarwal
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
shabina. Naaz
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
गीत- उसी को वोट डालो तुम
गीत- उसी को वोट डालो तुम
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...