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16 Aug 2021 · 1 min read

दिन के उजाले में भी

दिन के उजाले में भी
एक शेड के नीचे
यह रोशनी क्यों जलाये
रखते हो
यह जगह तो एक
कार्य स्थल है
कोई मन्दिर, मस्जिद,
गुरुद्वारा या गिरजा नहीं
फिर तुम्हारा दिल भी तो
कोई शिवाला या
धर्मशाला नहीं
जहां रोशनियों के अम्बारों की
एक मेहमान की तरह
रुकने की व्यवस्था करते
हो।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
Tag: कविता
426 Views
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