दान की महिमा
शुक्र नीति के अनुसार दान : जो मनुष्य दूसरों की तारीफ पाने के लिए या लोगों के बीच अपनी महानता दिखाने के लिए अपने किए गए दान का दिखावा करता हैं, उसके किए गए सभी पुण्य कर्म नष्ट हो जाते हैं। दान एक ऐसा पुण्य कर्म है, जिसे गुप्त रखने पर ही उसका फल मिलता है।
दान-पुण्य गोपनीय रखें : आपने जो भी दान दिया है उसे गुप्त रखेंगे तो ही उसका लाभ मिल सकता है। गोपनीय दान देवताओं की नजर में रहता है और जिस दान का बखान किया जा रहा है उसका फल निष्फल हो जाता है। मंदिर में दान दें, किसी गरीब को भोजन कराएं या किसी भी प्रकार का पुण्य कार्य करें उसका अपने मुंह से बखान न करें। यदि आपने इसे किसी के समक्ष जाहिर कर दिया, तो समझों वह खारिज हो जाएगा❤️?
(मदद ऐसे करो कि दूसरे हाथों को भी खबर न लगे क्योंकिं दान भी कभी-कभी ‘भीख-सा’ हो जाता है)?✅✅