Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

दहेज की जरूरत नहीं

लोगो की परम्परा को तोड़
उस अमानत की दर को जोड़
खुद से कहूंगा मुझे दहेज की जरूरत नही

भाग्य ने मुझे वो खुशहाली सोप
मेरे बदनसीब को रोक
मुझसे कहलाया है मुझे दहेज की जरूरत नही

मेरी किम्मत से रख वो सोगात बता देती है है बदनसीब को भोकात तेरे सिवा मुझे किती ओर को जकरत नही

जब तूने मेरे आंगन में पांव धरा है
तब मेरे बदनसीब को दाव घेरा है।
तु तो मेरे लिए सबसे बड़ा दहेज है,
मुझे और दहेज की जरूरत नहीं है।

खुशियो की तुम, वो बोतल हो
जो एक घुट मे चढकर लुदक जाता हु
हाँ यही नशेदार बोतल मेरे लिये सबसे बड़ा दहेज है।
मुझे और दहेज की जरूरत नहीं है।

हां! हूँ, मैं भी लोमडी चतुर-चालाक होती है
तेरे संग ना रहकर खोपदी खराब होती है
इसी बातिर तुझे तुम्हारी जरूरत हैं।।

Language: Hindi
87 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ज़िदादिली
ज़िदादिली
Shyam Sundar Subramanian
कागज़ की नाव.
कागज़ की नाव.
Heera S
दो अक्टूबर का दिन
दो अक्टूबर का दिन
डॉ. शिव लहरी
यजीद के साथ दुनिया थी
यजीद के साथ दुनिया थी
shabina. Naaz
मेरा घर
मेरा घर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
शेखर सिंह
हाँ, मुझको तुमसे इतना प्यार है
हाँ, मुझको तुमसे इतना प्यार है
gurudeenverma198
*रिश्वत लेना एक कला है (हास्य व्यंग्य)*
*रिश्वत लेना एक कला है (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
" चुनौतियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
4509.*पूर्णिका*
4509.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
10वीं के बाद।।
10वीं के बाद।।
Utsaw Sagar Modi
हरीतिमा हरियाली
हरीतिमा हरियाली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
A Letter to My Future Child
A Letter to My Future Child
Deep Shikha
घर पर घर
घर पर घर
Surinder blackpen
गीली लकड़ी की तरह सुलगती रही ......
गीली लकड़ी की तरह सुलगती रही ......
sushil sarna
दीपावली त्यौहार
दीपावली त्यौहार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जीवन में असफलता के दो मार्ग है।
जीवन में असफलता के दो मार्ग है।
Rj Anand Prajapati
Suno
Suno
पूर्वार्थ
सौंदर्य के मापदंड
सौंदर्य के मापदंड
Chitra Bisht
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
मुझे नज़र आती है
मुझे नज़र आती है
*प्रणय*
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल 3
ग़ज़ल 3
Deepesh Dwivedi
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर
उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर
नूरफातिमा खातून नूरी
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच तो हमेशा शांत रहता है
सच तो हमेशा शांत रहता है
Nitin Kulkarni
अकेलापन
अकेलापन
Ragini Kumari
Loading...