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20 Mar 2023 · 1 min read

दर्द है कि मिटता ही तो नही

दर्द है कि मिटता ही तो नही
सुलगने वाला बुझता भी तो नहीं

कई जगह ले गया हूँ इसे
यह है कि कहीं बहलता भी तो नहीं

जब एक ही दवा दिखती है सामने
कसमें खाने वाला कहीं दिखता भी तो नहीं

क्यों सजायूँ, दीवारें छत और मीनार
घर के सामने से कोई निकलता भी तो नहीं

डॉ राजीव

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