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5 Oct 2016 · 1 min read

दया से हमारा भरो माँ खज़ाना

दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
हमें मात अम्बे कभी मत भुलाना

कहीं पाप की राह पर चल न दें हम
हमें दुर्गुणों से सदा माँ बचाना

अगर हार देना हमें माँ यहाँ तो
सफलता का अमृत भी हमको पिलाना

नहीं लक्ष्य से मन भटकने ये पाए
इसे मार्ग बस मोक्ष का माँ दिखाना

अगर भूल हमसे कोई हो भी जाए
हैं संतान तेरी गले माँ लगाना

ये अरदास माँ कर रही ‘अर्चना’अब
कभी हाथ अपना न हमसे छुड़ाना
डॉ अर्चना गुप्ता

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