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20 Feb 2023 · 1 min read

कंक्रीट के गुलशन में

थोड़ा सा अपनों के लिए,
और थोड़ा अपने लिये।
रोटी वास्ते फिरतें हैं
कंक्रीट के गुलशन में।

सतीश सृजन

Language: Hindi
67 Views
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