Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2023 · 1 min read

त्राहि-त्राहि भगवान( कुंडलिया )

त्राहि-त्राहि भगवान( कुंडलिया )
______________________________
करने कौरव-दल लगा ,हरण-चीर अपमान
द्रुपद-सुता ने तब कहा ,त्राहि-त्राहि भगवान
त्राहि-त्राहि भगवान ,लाज हे कृष्ण बचाओ
फँसी हुई मँझधार ,दौड़ कर केशव आओ
कहते रवि कविराय , प्राण भक्तों में भरने
दौड़े आए कृष्ण , योजना निष्फल करने
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
त्राहि = रक्षा करना ,बचाना
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
इल्म
इल्म
Utkarsh Dubey “Kokil”
"सपने"
Dr. Kishan tandon kranti
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चन्द्रशेखर आज़ाद...
चन्द्रशेखर आज़ाद...
Kavita Chouhan
ये आँखों से बहते अश्क़
ये आँखों से बहते अश्क़
'अशांत' शेखर
अंधेरा मिटाना होगा
अंधेरा मिटाना होगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वैमनस्य का अहसास
वैमनस्य का अहसास
Dr Parveen Thakur
प्रिये
प्रिये
Kamal Deependra Singh
जब जब ही मैंने समझा आसान जिंदगी को।
जब जब ही मैंने समझा आसान जिंदगी को।
सत्य कुमार प्रेमी
आँखों में बगावत है ghazal by Vinit Singh Shayar
आँखों में बगावत है ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
ताजा समाचार है
ताजा समाचार है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
महंगाई का दंश
महंगाई का दंश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
■ बदलते रिवाज़.....
■ बदलते रिवाज़.....
*Author प्रणय प्रभात*
ये सफर काटे से नहीं काटता
ये सफर काटे से नहीं काटता
The_dk_poetry
स्वर्ग नर्क ब्रह्मांड (कुंडलिया)
स्वर्ग नर्क ब्रह्मांड (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
Mahender Singh
🚩🚩 कृतिकार का परिचय/
🚩🚩 कृतिकार का परिचय/ "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मौत की हक़ीक़त है
मौत की हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Born again with love...
Born again with love...
Abhineet Mittal
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*छाया कैसा  नशा है कैसा ये जादू*
*छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेपनाह गम था।
बेपनाह गम था।
Taj Mohammad
कहीं भी जाइए
कहीं भी जाइए
Ranjana Verma
वाणी का माधुर्य और मर्यादा
वाणी का माधुर्य और मर्यादा
Paras Nath Jha
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हमारा फ़र्ज
हमारा फ़र्ज
Rajni kapoor
दोस्त.............एक विश्वास
दोस्त.............एक विश्वास
Neeraj Agarwal
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
2- साँप जो आस्तीं में पलते हैं
2- साँप जो आस्तीं में पलते हैं
Ajay Kumar Vimal
Loading...