Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2020 · 1 min read

तो क्या होगा?

मेरे बाबुल की गुड़िया हूं, मुझे मां ने संवारा है,
तू मिट्टी का खिलौना ही, समझ बैठा तो क्या होगा?

बड़े नाजों से पाला है, फूलों सा संभाला है,
तू कोई दाग दामन पर लगा बैठा तो क्या होगा?

मेरी दहलीज तक आकर, तू अंदर झांक लेता है,
किसी दीवार से दिल में उतर बैठा तो क्या होगा?

अभी दिन सर्दियों के है, तुझे मैं धूप लगती हूं,
कभी पतझड़ में तू मुझको,झटक बैठा तो क्या होगा?

मेरा मरहम बनेगा तू , चलो मैं मान लेती हूं,
तू जख्मों से बड़ा नासूर बन बैठा तो क्या होगा?

तुझे मन में बसा तो लूं,तेरी मूरत सजा तो लूं,
किसी मेहमान सा तू उठ के चल बैठा तो क्या होगा?

मैं राजी हूं, मेरी इक शर्त है, तू रूह तक आना।,
फकत तू जिस्म तक आकर, ठहर बैठा तो क्या होगा?

15/09/20
रिया ‘प्रहेलिका’

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 1 Comment · 382 Views
You may also like:
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
gurudeenverma198
फागुनी है हवा
फागुनी है हवा
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अनुभव के आधार पर, पहले थी पहचान
अनुभव के आधार पर, पहले थी पहचान
Dr Archana Gupta
✍️कैसे मान लुँ ✍️
✍️कैसे मान लुँ ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
चुलियाला छंद ( चूड़मणि छंद ) और विधाएँ
चुलियाला छंद ( चूड़मणि छंद ) और विधाएँ
Subhash Singhai
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
हमने जब तेरा
हमने जब तेरा
Dr fauzia Naseem shad
इन्तेहा हो गयी
इन्तेहा हो गयी
shabina. Naaz
Which have the power to take rebirth like the phoenix, whose power no one can ever match.
Which have the power to take rebirth like the phoenix,...
Manisha Manjari
"यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
तेरे बिना
तेरे बिना
Shekhar Chandra Mitra
*जाड़ा मनाने का (हिंदी गजल/गीतिका)*
*जाड़ा मनाने का (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
अनेकतामा एकता
अनेकतामा एकता
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कोई ज्यादा पीड़ित है तो कोई थोड़ा
कोई ज्यादा पीड़ित है तो कोई थोड़ा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
#गौरवमयी_प्रसंग
#गौरवमयी_प्रसंग
*Author प्रणय प्रभात*
आओ आज तुम्हें मैं सुला दूं
आओ आज तुम्हें मैं सुला दूं
Surinder blackpen
हाइकु: नवरात्रि पर्व!
हाइकु: नवरात्रि पर्व!
Prabhudayal Raniwal
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
श्याम सिंह बिष्ट
तितली तेरे पंख
तितली तेरे पंख
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
थे गुर्जर-प्रतिहार के, सम्राट मिहिर भोज
थे गुर्जर-प्रतिहार के, सम्राट मिहिर भोज
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"हाय री कलयुग"
Dr Meenu Poonia
थोपा गया कर्तव्य  बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण...
Seema Verma
अनमोल राजू
अनमोल राजू
Anamika Singh
धन की देवी
धन की देवी
कुंदन सिंह बिहारी
कलम बेच दूं , स्याही बेच दूं ,बेच दूं क्या ईमान
कलम बेच दूं , स्याही बेच दूं ,बेच दूं क्या...
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-467💐
💐प्रेम कौतुक-467💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तब हर दिन है होली
तब हर दिन है होली
Satish Srijan
Li Be B
Li Be B
Ankita Patel
Loading...