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5 Oct 2024 · 1 min read

तेरे मेरे दरमियाँ ये फ़ासला अच्छा नहीं

तेरे मेरे दरमियाँ ये फ़ासला अच्छा नहीं
ये अगर अच्छा है तो फिर राब्ता अच्छा नहीं

ख़ुद के चेहरे पे लिए वो फिर रहा है गर्द सी
ये भी कहता फिर रहा है आइना अच्छा नहीं
~अंसार एटवी

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