Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2023 · 1 min read

तेरे बिना

तेरा मिलना
तेरा बिछड़ना
क्या से क्या
मुझे कर गया
ज़िंदा तो मैं
पहले भी न था
लेकिन तेरे बिना
अब मर गया…
(१)
उस रात जब
शहनाई बजी
मुझ पर ही मेरी
तनहाई हंसी
दर्पण में जो
देखा चेहरा तो
अपने आप से
ही मैं डर गया…
(२)
जैसे अपना
सबकुछ हारकर
लौटा करता है
जुआरी कोई
तेरी डोली के
जाने के बाद
इस तरह मैं अपने
घर गया…
(३)
आई है फिर
बहार तो क्या
मौसम में है
निखार तो क्या
जिस दुनिया में
तेरा प्यार नहीं
उस दुनिया से
मेरा दिल भर गया…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#यारकीशादी #विवाह #marriage
#कवि #singer #गीतकार #उदासी #filmindustry #दर्द #विदाई #गीत
#friends #Sad #lyricist #poetry

Language: Hindi
Tag: गीत
54 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
DrLakshman Jha Parimal
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
Ankita Patel
अय मुसाफिर
अय मुसाफिर
Satish Srijan
बेटी एक स्वर्ग परी सी
बेटी एक स्वर्ग परी सी
Tarun Prasad
2290.पूर्णिका
2290.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक बात कहूं तुमसे
एक बात कहूं तुमसे
Shekhar Chandra Mitra
तितली थी मैं
तितली थी मैं
Saraswati Bajpai
होगा कौन वहाँ कल को
होगा कौन वहाँ कल को
gurudeenverma198
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
गुप्तरत्न
समाज के धक्कम धक्के में मेरी नासिका इतनी बलशाली हो गई है कि
समाज के धक्कम धक्के में मेरी नासिका इतनी बलशाली हो गई है कि
Nav Lekhika
"इस जगत में"
Dr. Kishan tandon kranti
सृष्टि रचेता
सृष्टि रचेता
RAKESH RAKESH
हजारों  रंग  दुनिया  में
हजारों रंग दुनिया में
shabina. Naaz
इक तुम्हारा ही तसव्वुर था।
इक तुम्हारा ही तसव्वुर था।
Taj Mohammad
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu h
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu h
Sakshi Tripathi
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
टूटी हुई कलम को
टूटी हुई कलम को
Anil chobisa
ससुराल गेंदा फूल
ससुराल गेंदा फूल
Seema gupta,Alwar
मेरी परछाई बस मेरी निकली
मेरी परछाई बस मेरी निकली
Dr fauzia Naseem shad
उसे तो देख के ही दिल मेरा बहकता है।
उसे तो देख के ही दिल मेरा बहकता है।
सत्य कुमार प्रेमी
कमज़ोर सा एक लम्हा
कमज़ोर सा एक लम्हा
Surinder blackpen
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
श्याम सिंह बिष्ट
कभी किताब से गुज़रे
कभी किताब से गुज़रे
Ranjana Verma
पुस्तक समीक्षा-----
पुस्तक समीक्षा-----
राकेश चौरसिया
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हृद्-कामना....
हृद्-कामना....
डॉ.सीमा अग्रवाल
वो काजल से धार लगाती है अपने नैनों की कटारों को ,,
वो काजल से धार लगाती है अपने नैनों की कटारों को ,,
Vishal babu (vishu)
रूपसी
रूपसी
Prakash Chandra
💐अज्ञात के प्रति-130💐
💐अज्ञात के प्रति-130💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...