Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2019 · 1 min read

तेरे नाम – खंड 1

मेरे सपने बेहिसाब है , आकर जरा हिसाब कर दे I
ये तेरा रूठना भी लाजवाब है , चल इसे भी मेरे नाम कर दे II

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 541 Views

You may also like these posts

मस्अला क्या है, ये लड़ाई क्यूँ.?
मस्अला क्या है, ये लड़ाई क्यूँ.?
पंकज परिंदा
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
तेरे प्यार के राहों के पथ में
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
4436.*पूर्णिका*
4436.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
*आत्मबल  ही सत्य पीठ है*
*आत्मबल ही सत्य पीठ है*
Rambali Mishra
माना जिंदगी चलने का नाम है
माना जिंदगी चलने का नाम है
Dheerja Sharma
अलिकुल की गुंजार से,
अलिकुल की गुंजार से,
sushil sarna
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
कवि रमेशराज
वक्त के आगे
वक्त के आगे
Sangeeta Beniwal
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
ज़िन्दगी को
ज़िन्दगी को
Dr fauzia Naseem shad
नदी तट पर मैं आवारा....!
नदी तट पर मैं आवारा....!
VEDANTA PATEL
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
Anamika Tiwari 'annpurna '
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अपने और पराए की पहचान
अपने और पराए की पहचान
Sonam Puneet Dubey
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
A Letter to My Future Child
A Letter to My Future Child
Deep Shikha
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
[ ख़ुद पर तुम विश्वास रखो ]
[ ख़ुद पर तुम विश्वास रखो ]
नयनतारा
कही-अनकही
कही-अनकही
Deepesh Dwivedi
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
दीपक सरल के मुक्तक
दीपक सरल के मुक्तक
डॉ. दीपक बवेजा
चमन यह अपना, वतन यह अपना
चमन यह अपना, वतन यह अपना
gurudeenverma198
Loading...