Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2024 · 1 min read

तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है

तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
करती मेरी नफ़स-शुमारी है

– मीनाक्षी मासूम

teri aankhon kii jo khumaari hai
karti meri nafas-shumari hai

– Meenakshi Masoom

1 Like · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*पानी केरा बुदबुदा*
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
Otteri Selvakumar
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
मेघाें को भी प्रतीक्षा रहती है सावन की।
मेघाें को भी प्रतीक्षा रहती है सावन की।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
నమో గణేశ
నమో గణేశ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
Anand Kumar
"किस पर लिखूँ?"
Dr. Kishan tandon kranti
हवा तो थी इधर नहीं आई,
हवा तो थी इधर नहीं आई,
Manoj Mahato
2544.पूर्णिका
2544.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
Bidyadhar Mantry
रिश्तों को आते नहीं,
रिश्तों को आते नहीं,
sushil sarna
Love ❤
Love ❤
HEBA
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
Neelam Sharma
■ जय ब्रह्मांड 😊😊😊
■ जय ब्रह्मांड 😊😊😊
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी रो आफळकुटौ
जिंदगी रो आफळकुटौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
There will be moments in your life when people will ask you,
There will be moments in your life when people will ask you,
पूर्वार्थ
........
........
शेखर सिंह
बढ़ता चल
बढ़ता चल
Mahetaru madhukar
शीर्षक - स्वप्न
शीर्षक - स्वप्न
Neeraj Agarwal
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
पं अंजू पांडेय अश्रु
मेरा गांव अब उदास रहता है
मेरा गांव अब उदास रहता है
Mritunjay Kumar
चोट दिल  पर ही खाई है
चोट दिल पर ही खाई है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
Anil chobisa
भावनात्मक निर्भरता
भावनात्मक निर्भरता
Davina Amar Thakral
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...