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1 Nov 2022 · 1 min read

तू इंसान है

तेरे गिरने में तेरी हार नहीं
तू इंसान है भगवान नहीं
तू उठ चल दौड़ फिर
तु डरता काहे को है

हार जीत लगी रहती है
अपने मेहनत पर विश्वास तू कर
लक्ष्य बहुत समीप है
जीत कर इतिहास तू रच

जो तुम्हें नालायक समझते थे
उनके मुख से प्रशंसा का वाक्य तू बन
तेरे गिरने में तेरी हार नहीं
तू इंसान है भगवान नही

सुशील कुमार चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 68 Views
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