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17 Nov 2021 · 1 min read

तु ही

तु ही अरदास, तु ही पूजा
तु ही नवाज, तु ही रोजा
तु ही खुदा, तु ही ईश्वर दुजा।
तु ही प्राथना और अजान सा गुँजा।

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