Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2022 · 1 min read

तुम्हारे सिवा भी बहुत है

तुम्हारे सिवा भी बहुत है, देने को यहाँ साथ हमारा।
एक तेरा ही नहीं है यहाँ, दुनिया में हमको सहारा।।
तेरे सिवा भी बहुत है——————।।

खुशनसीब मान तू , तुमको मेरा जो प्यार मिला।
ऐसा नहीं यह इसलिए, हसीन है चेहरा तुम्हारा।।
तुम्हारे सिवा भी बहुत है———————।।

मुझसे बढ़कर होगा नहीं, तुमको कोई चाहने वाला।
लाजवाब जमीं पर नहीं है, एक सिर्फ दिल तुम्हारा।।
तुम्हारे सिवा भी बहुत है———————-।।

तुमको देने को ऐसे खुशी, कौन बहायेगा पसीना।
और भी है तुम्हारे सिवा, जीने को अरमान हमारा।।
तुम्हारे सिवा भी बहुत है———————।।

बहुत है हमारे ठिकानें, मुसीबत में लेने को शरण।
एक तुम्हारा ही घर नहीं है,बचाने को प्राण हमारा।।
तुम्हारे सिवा भी बहुत है———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 66 Views
You may also like:
वो पास आने लगी थी
वो पास आने लगी थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
घुमंतू की कविता #1
घुमंतू की कविता #1
Rajeev Dutta
■ एक विचार : नेक विचार
■ एक विचार : नेक विचार
*Author प्रणय प्रभात*
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
काशी में नहीं है वो,
काशी में नहीं है वो,
Satish Srijan
तन्मय
तन्मय
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कोशिश पर लिखे अशआर
कोशिश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
ऐ चाँद
ऐ चाँद
Saraswati Bajpai
💐प्रेम कौतुक-310💐
💐प्रेम कौतुक-310💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुनमुनी नींदे!!
कुनमुनी नींदे!!
Dr. Nisha Mathur
विचार
विचार
Shyam Pandey
कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने
कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने
Anis Shah
ਪਛਤਾਵਾ ਰਹਿ ਗਿਆ ਬਾਕੀ
ਪਛਤਾਵਾ ਰਹਿ ਗਿਆ ਬਾਕੀ
Surinder blackpen
2244.
2244.
Khedu Bharti "Satyesh"
बदला सा......
बदला सा......
Kavita Chouhan
वर्तमान भी छूट रहा
वर्तमान भी छूट रहा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मानवता के डगर पर
मानवता के डगर पर
Shivraj Anand
✍️हुए बेखबर ✍️
✍️हुए बेखबर ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
रूठ जाने लगे हैं
रूठ जाने लगे हैं
Gouri tiwari
निश्छल छंद विधान
निश्छल छंद विधान
डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
गाँधी जी की अंगूठी (काव्य)
गाँधी जी की अंगूठी (काव्य)
Ravi Prakash
देख रहा था
देख रहा था
Mahendra Narayan
"छत का आलम"
Dr Meenu Poonia
जाति प्रथा का उन्मूलन
जाति प्रथा का उन्मूलन
Shekhar Chandra Mitra
✍️क्या ये सच नही..?
✍️क्या ये सच नही..?
'अशांत' शेखर
रुद्रा
रुद्रा
Utkarsh Dubey “Kokil”
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-1)
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-1)
Sahityapedia
Divine's prayer
Divine's prayer
Buddha Prakash
वो आए थे।
वो आए थे।
Taj Mohammad
Loading...