Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

तुम्हारे महबूब के नाजुक ह्रदय की तड़पती नसों की कसम।

तुम्हारे महबूब के नाजुक ह्रदय की तड़पती नसों की कसम। जाओ तुम्हें एक हसीन मौका जरूर देंगे हम। जिसे कभी ना मिली है खुशी उसे कभी भी ना देंगे हम गम। मुझे छोड़कर जाने वाले खुश रहें। करेंगे खुदा से दुआ कभी उन्हें याद ना आए हम।
जाओ तुम्हें एक हसीन मौका जरूर देंगे हम।।
★IPS KAMAL THAKUR ★

2 Likes · 168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#जवाब जिंदगी का#
#जवाब जिंदगी का#
Ram Babu Mandal
जर्जर है कानून व्यवस्था,
जर्जर है कानून व्यवस्था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
उसका हर झूठ सनद है, हद है
उसका हर झूठ सनद है, हद है
Anis Shah
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
Dr. Man Mohan Krishna
*गाओ  सब  जन  भारती , भारत जिंदाबाद   भारती*   *(कुंडलिया)*
*गाओ सब जन भारती , भारत जिंदाबाद भारती* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🙏श्याम 🙏
🙏श्याम 🙏
Vandna thakur
#एउटा_पत्रकारको_परिचय
#एउटा_पत्रकारको_परिचय
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#महसूस_करें...
#महसूस_करें...
*Author प्रणय प्रभात*
बचपन की यादें
बचपन की यादें
Anamika Singh
কেণো তুমি অবহেলনা করো
কেণো তুমি অবহেলনা করো
DrLakshman Jha Parimal
शायरी संग्रह
शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
किताब की ताक़त
किताब की ताक़त
Shekhar Chandra Mitra
जिसके सीने में जिगर होता है।
जिसके सीने में जिगर होता है।
Taj Mohammad
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
yuvraj gautam
आज का विकास या भविष्य की चिंता
आज का विकास या भविष्य की चिंता
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कभी मज़बूत नहीं होते
कभी मज़बूत नहीं होते
Dr fauzia Naseem shad
इंसानियत बनाती है
इंसानियत बनाती है
gurudeenverma198
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
मेरी बेटी
मेरी बेटी
लक्ष्मी सिंह
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
इन्द्रधनुष
इन्द्रधनुष
Dheerja Sharma
सहारा हो तो पक्का हो किसी को।
सहारा हो तो पक्का हो किसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Sakshi Tripathi
✍️किसान की आत्मकथा✍️
✍️किसान की आत्मकथा✍️
'अशांत' शेखर
नग मंजुल मन भावे
नग मंजुल मन भावे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
👗कैना👗
👗कैना👗
सुरेश अजगल्ले"इंद्र"
है एक डोर
है एक डोर
Ranjana Verma
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
रेखा कापसे
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
Loading...